West Bengal : पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की चोट को लेकर गरमाई सियासत के बीच आज यानी शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी के कैंडिडेट शुभेंदु अधिकारी नंदीग्राम विधानसभा सीट से अपना नामांकन दाखिल करेंगे। नंदीग्राम से टीएमसी की टिकट पर खुद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी चुनाव लड़ रही हैं, जिन्होंने 10 मार्च को अपना पर्चा भरा। कभी टीएमसी के दिग्गज नेता रहे और ममता के बेहद खास रहे शुभेंदु अधिकारी और दीदी के बीच मुकाबले ने नंदीग्राम के महासंग्राम को काफी दिलचस्प बना दिया है।
एक स्थानीय भाजपा नेता ने बताया कि हल्दिया स्थित एसडीओ दफ्तर जाने और नॉमिनेशन फाइल करने से पहले शुभेंदु अधिकारी आज यानी शुक्रवार को सिंघाबिनी मंदिर और जानकीनाथ मंदिर में पूजा अर्चना करेंगे। बताया जा रहा है कि शुभेंदु अधिकारी के नॉमिनेशन में भाजपा अपना शक्ति प्रदर्शन करेगी और इस दौरान नॉमिनेशन रैली में केंद्र के तीन-तीन मंत्री उपस्थित रहेंगे। बता दें कि माना जा रहा है कि शुभेंदु अधिकारी करीब 11.30 बजे अपना नामांकन दायर करेंगे और इसके बाद एक रैली को भी संबोधित करेंगे।
भाजपा नेताओं ने कहा कि कम से कम तीन केंद्रीय मंत्रियों, स्मृति ईरानी, धर्मेंद्र प्रधान और बाबुल सुप्रियो की अगुवाई में शुभेंदु अधिकारी के नामांकन रैली का नेतृत्व किया जाएगा। इससे पहले गुरुवार को भी शुभेंदु अधिकारी को मंदिरों में पूजा-अर्चना करने और कीर्तन सहित धार्मिक गतिविधियों में भाग लेने और ढोल बजाते देखा गया।
ममता बनर्जी ने भी अपने नामांकन से पहले कई मंदिरों का दौरा किया था और पूजा की थी। इस पर भाजपा और टीएमसी नेताओं का कहना है कि नामांकन से पहले मंदिरों में पूजा-अर्चना करना सामान्य बात है। टीएमसी सांसद सौगत रॉय ने कहा कि ममता बनर्जी मंदिरों, मजारों और चर्चों में नियमित रूप से जाती हैं। वह कोलकाता में कालीघाट मंदिर के पास रहती हैं और बंगाली नव वर्ष के दिन (पोइला बैसाख) मंदिर में दर्शन करने जाती हैं। वह हर साल 100 से अधिक दुर्गा पूजा पंडालों का उद्घाटन करती हैं।
यहां बताना जरूरी है कि नंदीग्राम का सियासी संग्राम टीएमसी और भाजपा दोनों के लिए प्रतिष्ठा का विषय इसलिए भी बन चुका है, क्योंकि एक ओर जहां टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी हैं तो दूसरी कभी उनके बेहत करीबी और नंदीग्राम में टीएमसी की जीत सुनिश्चित कराने वाले शुभेंदु अधिकारी हैं। शुभेंदु ने कई बार चुनौती दी है कि वह ममता बनर्जी को वहां से नहीं जीतने देंगे और करीब 50 हजार वोटों के अंतर से हराएंगे।