अरुण गोविल ने ऐस वक़्त में बीजेपी में शामिल हुए हैं, जब पश्चिम बंगाल समेत कई राज्यों में विधानसभा चुनाव हैं. अंदाज़ा लगया जा रहा है कि अरुण गोविल पश्चिम बंगाल में पार्टी के चुनाव प्रचार करेंगे.
अभिनेता अरुण गोविल भाजपा में शामिल हो गए हैं। वह टीवी धारावाहिक ‘रामायण’ में भगवान राम की भूमिका में नजर आए थे। बृहस्पतिवार को वे दिल्ली में भाजपा में शरीक हुए। पांच राज्यों में जारी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर गोविल का भाजपा में शामिल होना अहम माना जा रहा है। ‘रामायण’ सीरियल से मशहूर हुए अभिनेता अरुण गोविल (Arun Govil) गुरुवार को बीजेपी (BJP) में शामिल हो गए. रामानंद सागर के सीरियल ‘रामायण’ में उन्होंने भगवान राम की भूमिका निभाई थी. अरुण गोविल ने दिल्ली में बीजेपी कार्यालय में पार्टी की सदस्यता ग्रहण की. इस दौरान बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह मौजूद रहे.
5 राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों के बीच अरुण गोविल की बीजेपी में एंट्री खास मानी जा रही है. हालांकि, पार्टी में अरुण गोविल की जिम्मेदारी क्या होगी यह अभी साफ नहीं है. कयास लगाए जा रहे हैं कि गोविल बीजेपी की सदस्यता लेने के बाद विधानसभा चुनाव भी लड़ सकते हैं, हालांकि इस बारे में पार्टी या खुद गोविल की तरफ से कोई बयान नहीं आया है.
‘मैं एक नंबर का कोबरा हूं.. डसूंगा तो तुम फोटो बन जाओगे’, BJP में आते ही मिथुन ने भरी हुंकार
आपको बता दें, अरुण गोविल से पहले ‘रामायण’ के दूसरे कलाकार भी राजनीति में आ चुके हैं. रामायण में ‘सीता’ की भूमिका निभाने वाली दीपिका चिखलिया के अलावा ‘हनुमान’ की भूमिका निभाने वाले दारा सिंह और ‘रावण’ की भूमिका निभाने वाले अरविंद त्रिवेदी भी राजनीति में उतर चुके हैं. दीपिका चिखलिया बीजेपी के टिकट पर दो बार चुनाव भी लड़ चुकी हैं.
उल्लेखनीय है कि हिंदुत्व का प्रमुख चेहरा बनी भाजपा के पास धारावाहिक महाभारत में ‘कृष्ण’ बने अभिनेता नीतीश भारद्वाज व ‘द्रोपदी’ बनी रूपा गांगुली पहले से हैं। दोनों भाजपा के पक्ष में सक्रिय रूप से काम करते हैं। रूपा गांगुली तो पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी की स्टार प्रचारक भी हैं.
कौन हैं अरुण गोविल
मेरठ के कैंट इलाके में जन्मे अरुण गोविल ने सहारनपुर और शाहजहांपुर में अपनी स्कूली शिक्षा हासिल की थी। इसके बाद मथुरा से बीएससी किया था। रामायण सीरियल में एक्टिंग से चर्चा में आए अरुण गोविल ने पहली बार 1977 में आई पहले फिल्म में एक्टिंग की थी। इस फिल्म को राजश्री प्रोडक्शंस ने तैयार किया था।
काफी लंबा रहा अरुण गोविल का एक्टिंग करियर
1980 के दशक में रामानंद सागर के पॉप्युलर टीवी सीरियल रामायण में भगवान राम का रोल प्ले करके वह चर्चा में आए थे। हालांकि लंबे समय तक वह चर्चाओं से परे थे, लेकिन बीते साल कोरोना काल में एक बार फिर से दूरदर्शन पर रामायण का प्रसारण हुआ था। ऐसे में वह एक बार फिर से लाइमलाइट में आ गए थे। इस नए दौर में जब सोशल मीडिया का उभार हुआ है, तब अरुण गोविल भी एक बार फिर से खासे लोकप्रिय हो गए हैं। वह अकसर सोशल मीडिया पर रामायण सीरियल से लेकर अन्य तमाम मुद्दों पर अपनी राय रखते रहे हैं।
5 राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों के बीच अरुण गोविल की बीजेपी में एंट्री खास मानी जा रही है. हालांकि, पार्टी में अरुण गोविल की जिम्मेदारी क्या होगी यह अभी साफ नहीं है. कयास लगाए जा रहे हैं कि गोविल बीजेपी की सदस्यता लेने के बाद विधानसभा चुनाव भी लड़ सकते हैं, हालांकि इस बारे में पार्टी या खुद गोविल की तरफ से कोई बयान नहीं आया है.
भाजपा में शामिल होने के बाद अरुण गोविल ने कहा
बीजेपी में शामिल होने के बाद अरुण गोविल ने कहा कि इस समय जो हमारा कर्तव्य है वो करना चाहिए. मुझे राजनीति आज से पहले समझ नही आती थी, लेकिन मोदी जी ने जब से देश को संभाला है तब से देश की परिभाषा ही बदल गई. मेरे दिल दिमाग़ में जो होता है कर देता हूं.
अरुण गोविल ने कहा कि अब मैं देश के लिए योगदान देना चाहता हूं और इसके लिए हमें एक मंच की जरूरत है और बीजेपी आज सबसे अच्छा मंच है. उन्होंने कहा कि पहली बार मैंने देखा कि ममता बनर्जी को “जय श्री राम” के नारे से एलर्जी हुई. जय श्री राम केवल एक नारा नहीं है