Bihar Chunav Tejaswi Yadav News | बिहार की राजनीति में एक बड़ा मोड़ तब आया जब महागठबंधन ने आगामी विधानसभा चुनाव 2025 के लिए राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) नेता तेजस्वी यादव (Tejaswi Yadav) को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित कर दिया। यह घोषणा पटना के होटल मौर्य में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में की गई, जिसमें कांग्रेस नेता अशोक गहलोत, राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे और अन्य विपक्षी दलों के वरिष्ठ नेता मौजूद थे।
Bihar Chunav : Tejaswi Yadav News
महागठबंधन की एकजुटता: कांग्रेस का समर्थन
Bihar Chunav News | कांग्रेस ने इस फैसले का समर्थन करते हुए महागठबंधन की एकता को सर्वोपरि बताया। अशोक गहलोत ने कहा, “तेजस्वी यादव बिहार के युवा नेता हैं और उनके नेतृत्व में हम बिहार को नई दिशा देना चाहते हैं।” कांग्रेस ने सीटों के बंटवारे को लेकर चल रहे मतभेदों के बावजूद तेजस्वी को समर्थन देकर विपक्ष में एकजुटता का संदेश दिया।
VIP प्रमुख मुकेश सहनी को डिप्टी सीएम चेहरा
महागठबंधन ने केवल मुख्यमंत्री पद ही नहीं, बल्कि डिप्टी सीएम के लिए भी नाम तय किया है। विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के प्रमुख मुकेश सहनी को उपमुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित किया गया है। यह कदम विभिन्न सामाजिक वर्गों को प्रतिनिधित्व देने की रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है।
Tejaswi Yadav का बयान: “सरकार नहीं, बिहार का विकास चाहिए”
तेजस्वी यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “हम सिर्फ सरकार बनाने नहीं, बिहार का विकास करने के लिए एकजुट हुए हैं। एनडीए की डबल इंजन सरकार का एक इंजन भ्रष्टाचार है और दूसरा अपराध।” उन्होंने लालू यादव, राबड़ी देवी, राहुल गांधी और सोनिया गांधी को धन्यवाद दिया कि उन्होंने फिर से महागठबंधन पर भरोसा जताया।
एनडीए की स्थिति: मुख्यमंत्री चेहरे पर असमंजस
एनडीए की ओर से अब तक मुख्यमंत्री चेहरे को लेकर कोई स्पष्टता नहीं दिखाई गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने इस मुद्दे पर कोई ठोस बयान नहीं दिया है। भाजपा मुख्य रूप से नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव लड़ रही है, लेकिन मुख्यमंत्री पद के लिए उनकी पुष्टि अभी तक नहीं हुई है।
कांग्रेस की रणनीति: मतभेदों के बावजूद एकजुटता
राजद और कांग्रेस के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर मतभेद थे, लेकिन कांग्रेस ने गठबंधन की मजबूती को प्राथमिकता दी। अशोक गहलोत को गठबंधन के गतिरोध को सुलझाने की जिम्मेदारी दी गई है। कांग्रेस का मानना है कि मुख्यमंत्री चेहरा घोषित करने से मतदाताओं को स्पष्ट संदेश मिलेगा और विपक्ष की स्थिति मजबूत होगी।
चुनावी नारा: “चलो बिहार, बदलें बिहार”
महागठबंधन ने तेजस्वी यादव (Tejaswi Yadav) के नेतृत्व में अपना चुनावी नारा भी जारी किया है — “चलो बिहार, बदलें बिहार”। यह नारा युवाओं और बदलाव चाहने वाले मतदाताओं को आकर्षित करने के लिए तैयार किया गया है।
तेजस्वी की चुनौती: आरजेडी की छवि सुधारना
Tejaswi Yadav ने कहा कि अगर महागठबंधन सत्ता में आता है तो वह भ्रष्टाचार, अपराध और सांप्रदायिकता के खिलाफ सख्त रुख अपनाएंगे। उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि आरजेडी की छवि को सुधारना उनकी प्राथमिकता है। वह सुशासन और विकास का संदेश जनता तक पहुंचाना चाहते हैं।
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2020 बनाम 2025: सियासी समीकरणों की तुलना
2020 के विधानसभा चुनावों में जेडीयू की सीटें गिरने के बावजूद भाजपा ने नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनाए रखा था। इस बार भाजपा का मुख्यमंत्री चेहरे को लेकर स्पष्ट रुख न होना विपक्ष को राजनीतिक लाभ दिला सकता है। तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री चेहरा घोषित कर महागठबंधन ने इस मौके का पूरा लाभ उठाने की रणनीति बनाई है।
जनता की प्रतिक्रिया और सोशल मीडिया पर चर्चा
Tejaswi Yadav की घोषणा के बाद सोशल मीडिया पर #TejashwiCMFace ट्रेंड करने लगा। युवाओं और विपक्ष समर्थकों ने इस फैसले का स्वागत किया। वहीं भाजपा समर्थकों ने इसे “अव्यवस्थित गठबंधन” करार दिया। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह चुनाव बिहार की राजनीति में निर्णायक मोड़ ला सकता है।
निष्कर्ष: बिहार चुनाव 2025 में बढ़ेगा सियासी रोमांच
तेजस्वी यादव के मुख्यमंत्री चेहरे के रूप में सामने आने के बाद बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में राजनीतिक गतिरोध समाप्त होने की उम्मीद है। यह मुकाबला अब स्पष्ट रूप से महागठबंधन बनाम एनडीए के बीच होगा। तेजस्वी की छवि, कांग्रेस का समर्थन, और VIP जैसे सहयोगियों की भागीदारी इस चुनाव को बेहद रोचक बना रही है।